Ravindra
यह जरूरी नहीं है कि IBPS (इंस्टीट्यूट ऑफ़ बैंकिंग पर्सनेल सेलेक्शन) की तैयारी करने वाले SSC (स्टाफ सेलेक्शन कमीशन) की परीक्षा को आसानी से पास कर लेंगे। हालांकि, दोनों परीक्षाओं की तैयारी में कुछ समानताएं हैं, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण अंतर भी हैं।
समानताएं:
तार्किक क्षमता (Reasoning):
दोनों परीक्षाओं में तार्किक क्षमता का परीक्षण होता है, जिसमें संख्यात्मक तर्क, चित्रात्मक तर्क और मौखिक तर्क जैसे विषय शामिल होते हैं।
मात्रात्मक योग्यता (Quantitative Aptitude):
दोनों में गणितीय कौशल का परीक्षण होता है, जिसमें संख्यात्मक समस्याएं, डेटा व्याख्या और बीजगणित जैसे विषय शामिल हैं।
अंग्रेजी भाषा (English Language):
दोनों परीक्षाओं में अंग्रेजी भाषा का ज्ञान आवश्यक है, जिसमें व्याकरण, शब्दावली, समझ और लेखन कौशल शामिल हैं।
अंतर:
बैंकिंग जागरूकता (Banking Awareness):
IBPS परीक्षाओं में बैंकिंग क्षेत्र से संबंधित सामान्य ज्ञान और जागरूकता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जो SSC परीक्षाओं में नहीं होता है।
विशिष्ट विषय:
IBPS परीक्षाओं में बैंकिंग शब्दावली, वित्तीय अवधारणाएं और बैंकिंग प्रणाली से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। SSC परीक्षाओं में सामान्य ज्ञान का दायरा व्यापक होता है, जिसमें इतिहास, भूगोल, राजनीति और विज्ञान जैसे विषय शामिल होते हैं।
कठिनाई स्तर:
IBPS PO (प्रोबेशनरी ऑफिसर) जैसी कुछ IBPS परीक्षाओं का कठिनाई स्तर SSC CGL (कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल) जैसी SSC परीक्षाओं से अधिक हो सकता है।
निष्कर्ष:
यदि कोई IBPS की तैयारी कर रहा है, तो उसे SSC की परीक्षा में कुछ विषयों में लाभ मिल सकता है, लेकिन उसे SSC परीक्षाओं के लिए अलग से तैयारी करने की आवश्यकता होगी। दोनों परीक्षाओं में सफलता के लिए, एक मजबूत आधार, विस्तृत ज्ञान और नियमित अभ्यास आवश्यक है।