thepawankushwaha आपका नजरिया सही है पर तथ्य पर विश्वास करना ज़रा मुश्किल हो रहा है। व्यवसाय शुरू करने की नसीहत और 12 लाख रुपये की लालच शायद उन लोगों को अच्छी भी लगे जो इस मुद्दे को चाय पीते हुए या किसी आरामदायक जगह पर बैठ कर चर्चा के हिस्से की तरह देखते हैं पर क्या व्यवसाय शुरू करने के लिए बस 12 लाख रुपये की ही जरुरत है या फिर उससे सम्बंधित पढाई, रिसर्च या तजुर्बे की भी? ये जो भी लोग अग्निवीर बनकर निकलेंगे १२ लाख के साथ व्यवसाय शुरू करने इनकी पढाई मात्र हाईस्कूल या इंटर कालेज तक की होगी और वो भी किसी ग्रामीण क्षेत्र से, और इनका तजुर्बा बॉर्डर पर बन्दूक चलाने और दुश्मन का सीना छलनी करने का होगा, अब इस तजुर्बे और शिक्षा के साथ व्यवसाय की दौड़ में उतरना जहां बेरोजगारी चरम पर होने की वजह से हर युवा व्यवसाय को अवसर की तरह देख रहा है भले ही उसे इसकी समझ हो या न हो, ये अग्निवीर भी उसी दौड़ में शामिल हो जाएंगे।
क्या गारंटी है की हर अग्निवीर व्यवसाय स्थापित कर ही लेगा और अगर संघर्ष के दम पर उसने यह कर भी लिया तो क्या गारंटी है कि उसका व्यवसाय सफल ही हो जाएगा।
तथ्य तो यह है की उसके पास मात्र 12 लाख रुपये होंगे और मौका मात्रा 1 और यह खेल होगा किस्मत का क्यूंकि अगर उसने 12 लाख की संपूर्ण जमापूंजी व्यवसाय में लगा दी और वह भी डूब गई तो बस ईश्वर ही उसकी मदद कर सकता है क्युकि सरकार अगर अभी नहीं सुन रही उनकी तो बाद में ये उममीद करना ही बेकार होगा।