@Shubhampathak1234
बहुत ही अच्छी बात लिखी है आपने पाठक जी…
गुरु के लिए जो आपने… संस्कृत भाषा में लिखा है। वह बहुत ही अच्छी बात है….
क्या होता है की जीवन का पहिए आगे बढ़ाने के लिए हमे एक अच्छे और सही रास्ते की तलाश होती है, जहां हमे या यूं कहें तो सभी को एक पथ प्रदर्शक का जीवन में होना बहुत ही जरूरी होता। और हर एक मोड़ पर एक नए गुरु मिलते है, जो हमे अच्छी सलाह देते है। जिनमे कोई स्वार्थ नहीं होता ।
तो गुरु कोई भी हो सकता है…. लेकिन टीचर जो आज के आधुनिक जमाने में एक प्रोफेशन का रूप दे दिया गया है या तो वह मतलब का हो गया है….
अर्थ यह है कि अगर गुरु की दृष्टि कोण से ज्ञान दे सिर्फ पढ़ाना ही नही बाकी और भी चीजे तो शायद ये झारखंड जैसे केस नहीं देखने को मिलते जहां छात्रों ने टीचर को पेड़ में बांधकर पीटा।